Mother’s Day 2024 Special Dedications To Mothers Ft INKZOID FOUNDATION.
Mother’s Day 2024 Special Dedications To Mothers Ft INKZOID FOUNDATION were given by Mayaa SH, Ruchi Rachit Singla, Gunwanti Harish Thanvi, Tabassum Rozy and the founder of INKZOID FOUNDATION, Durlav Sarkar and he believes that each and every mother is important in this world because from them only new life comes into this world.
•Mayaa SH
विषय: माँ का निस्वार्थ प्रेम
माँ के चरणों में ही स्वर्ग का द्वार है,
कोई व्यक्ति प्रचुर मात्रा में धन कमा सकता है,
लेकिन माँ के निस्वार्थ प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं है, क्योंकि वह स्वयं परमात्मा का आशीर्वाद है।
कहते हैं वो लोग जिनसे माँ बहुत प्यार करती है,
वे धन्य हैं क्योंकि दैनिक देवदूत उनका अत्यधिक मार्गदर्शन करते हैं,
धरती पर मां जैसा सुंदर अक्स कहीं नहीं हैं,
जैसे किसी की आत्मा में माँ का वास होता है।
मंदिर के गर्भगृह में माता का स्थान होता है,
दया और प्रेम की ऊर्जा का सबसे शुद्ध रूप माँ है,
किसी भी कलाकार द्वारा अब तक बनाई गई सबसे स्पष्ट पेंटिंग जो है ,
एक माँ की है जो अपने बच्चे का हाथ पकड़ती है।
कोई अपनी माँ के साथ हमेशा चल सकता है,
बिल्कुल उस छाया की तरह जो हमें कभी अकेला नहीं छोड़ती हैं,
माँ हमेशा अपने बच्चों के लिए सबसे अच्छी ख़ुशी ढूंढ कर लाती है ,
बिल्कुल उन सितारों की तरह जो आकाश में जगमगाते हैं ।
-डॉ माया एस एच
•Ruchi Rachit Singla
माँ तुम हो मेरा आधार,
तुम्हारा प्यार है अपार,
जो न दे पायेगा कोई और!!
चोट लगती है मुझे,
पर आँखों में ऑंसू आते है उसके,
मेरे बोलने से पहले ही समझ ले,
क्या है मेरी चाह,
ऐसी है मेरी माँ!!
चाहे रहे दूर या पास,
आने में हो अगर थोड़ी सी देरी,
चिंता से है जी उसका घबराता,
नज़रे न उसकी झपकती,
रास्ता बस मेरा तकती,
ऐसी है मेरी माँ!!
चाहे दुनिया की नज़र में हो में मामूली,
पर मेरी माँ की नज़र में हूँ महारानी!!
नादान है वह लोग,
जो कहते है तुम्हे नाजुक,
देखा है तुम्हे हँसते हँसते,
हर मुश्किल पार करते!!
चाहे हो बहुत गर्मी,
बिन ए सी न हम बैठ पाते,
पर एक तुम ही हो ,
जो गर्मी में भी गैस के सामने तपती,
बनाने को कुछ ख़ास!!
जब भी सब्जी काम है बनती,
हमी को सब परोस देती,
और बड़े आराम से कह देती,
मेरा खाने का मन नहीं है बेटी,
ऐसी है मेरी माँ!!
खुद को भूल कर,रखती हो ख़याल सबका,
करती हर संभव कोशिश, न हो हमे तकलीफ जरा भी,
सुबह की पहेली किरण से उठाना,
शाम तक बिना रुके काम में लगे रहना,
सोचती हूँ आज भी,
कैसे कर लेती हो तुम यह सभी!!
मकान को घर तुम बनती,
मेरा मायका है वहाँ जहाँ तुम हो रहती!!
क्यूंकि तुम हो तो सब है,
हर पल जो बीते तुम्हारे साथ,
है बेहद ही ख़ास!!
करती हूँ हाथ जोड़ कर येही वंदना,
हर जनम में मुझे तुम ही मिलना,
तुम सलामत रहो सदा,
क्यूंकि तुम में ही बसता है खुदा!
•Gunwanti Harish Thanvi
माँ जो मुझे इस दुनिया में लायी,
जिन्होंने मुझे पाल पोसकर बडा किया,
हर मुश्किल से मुझे बचाया,
पापा नही थे,
मगर माँ ने कभी उनकी कमी महसूस ना होने दिया,
खुदा ने माँ भी ऐसी दी जो हमारी खुशी पहले देखती,
फिर किसी और के बारे में सोचती,
हर गम को खुद तक रखती,
कभी हमारी आंखों में आंसू ना आने देती,
और हम दुखी हो,
तो कभी खुद चैन से ना बैठती,
हम बीमार हो,
माँ की एक दुआ भी हमे ठीक करदेती है,
माँ मेरी ज़िंदगी है,
माँ से बढ़कर कोई नही मेरे लिए इस दुनिया में।।
Saari zindagi ka malaal,
Ki apni Maa ko dukh-dard se bacha nahi paaye,
Unko zakhm dene walo ko muh todd jawab nahi de paaye,
Apni Maa ke aansu pehchan nahi paaye,
Unke dard ko apna nahi bana paaye,
Jinhone tanhaai mein chhoda unko kuch keh nahi paaye,
Bas raat mein baith kitaab mein likhte rehte,
Bas yehi zindagi ka malaal hai,
Ki hum kisiko hamari kahaani nahi bata paaye….
God gave me you, and I became the luckiest person ever…
People may have parents but even after being a single parent you gave me all the happiness a person needs in his life.
Thank you Mummy for fighting with all the evils and saving us..
Thank you for fighting with the society to support us…
Thank you mummy for being both A Father and A Mother…
Thank you for loving me the most in life….
Thank you for everything you did for me…
I love you the most in my life…
I love you and this is all I want to say..
You are the one my life is dependent on, you are the most powerful and important treasure of life, thank you mom for everything you did for me…
I am attached to you, I can’t even think of my life without you, even a day without you means like a year…
I am thankful to God that He gave me a beautiful mother life you…
•Tabassum Rozy
मां के लिए मैं क्या लिखूं यारो,
मैं खुद मां की लिखावट हु…!
सब बदल जाते है यार भी प्यार भी,
बस एक मां की मोहब्बत नही बदलती…!
मां के बगैर घर सुना होता है,
और बाप के बगैर जिंदगी…!
सुकून लिखूं या “मां” !
बात तो एक ही है…!
जब दवा काम नही आती,
तब मां की दुआ काम आती है…!
दिल तोड़ना कभी सीखा ही नही मैने
क्योंकि प्यार करना मां से सीखा है…!
मां सबकी जगह ले सकती है,
पर मां की जगह कोई नही ले सकता…!
हां ठीक हु… इतना कहने पर कहा मानती है मां,
क्योंकि धड़कने उसी की है, सब जानती है मां…!
मेरे सामने कहा वो उदास होती है,
वो एक मां है सबसे छुप के रोती है…!
अगर सच्चा प्यार तलाश रहे हो,
तो एक बार मां के अंचल में सर रखकर देखो…
دنیا کی بھیڑ میں تیری ماں اکیلی ہے مگر اندھیروں میں سہارا تم کہاں سے آئے
میں دیکھ سکتا ہوں کہ دل کیا کہہ رہا ہے، ‘ماں، آپ یہاں ہیں۔’
دس مہینے دس دن سے ہم آج تک آپ کی گود میں گاروے کو پال رہے ہیں۔
میں ٹھوکر کھاتا ہوں تو زندگی کی راہ کی خاک جھاڑتا ہوں۔
ہم نے اپنے ہاتھوں میں کتنی محبت ڈالی ہے میرے خزانے میں تیرے الفاظ نہیں ہیں۔
آج کا دن آپ کے لیے ہے، آپ جیسی تمام ماؤں کے لیے، تمام ماؤں کے لیے، آپ ہمیشہ کے لیے پیاری ہیں۔
दुनिया की भीड़ में तेरी माँ अकेली है, अँधेरे में तू सहारा है, तू कहाँ से आया है?
मैं देख सकता हूँ कि दिल क्या कह रहा है, ‘माँ, तुम यहाँ हो।’
दस महीने और दस दिन से हम आज तक गरवे को तुम्हारी गोद में रख रहे हैं।
ठोकर खाता हूं तो जिंदगी की राह में धूल झाड़ देता हूं।
हमारे हाथों में कितना प्रेम रचा है हमारे लिए, मेरे शब्द तुम्हारे लिए नहीं, मेरे खजाने में नहीं बहती।
आज का दिन आपके लिए है, आप जैसी सभी माताओं के लिए, सभी माताओं के लिए, आप सदैव पूजनीय हैं।
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैं ने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
दुआ को हात उठाते हुए लरज़ता हूँ
कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए
अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा
मैं घर से जब निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है
एक मुद्दत से मिरी माँ नहीं सोई ‘ताबिश’
मैं ने इक बार कहा था मुझे डर लगता है
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई
मैं घर में सब से छोटा था मिरे हिस्से में माँ आई
घर लौट के रोएँगे माँ बाप अकेले में
मिट्टी के खिलौने भी सस्ते न थे मेले में
जब भी कश्ती मिरी सैलाब में आ जाती है
माँ दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती है
माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है
आज अपने साथ अपना जनम दिन मनाया है
•Durlav Sarkar
ভোরের মৃদু হাওয়ায়, তার ভালোবাসার আলিঙ্গনে,
একটি মায়ের স্পর্শ, একটি পবিত্র অনুগ্রহ।
তার , একটি প্রশান্ত স্রোত,
তার চোখে মহাবিশ্ব জ্বলজ্বল করছে।
তার হাসিতে, যত্নের পৃথিবী,
একজন মায়ের হৃদয়, তুলনার বাইরে।
তার ফিসফিস স্বপ্ন উড়ে উড়ে যায়,
অন্ধকার রাতে পথ দেখান।
তিনি সাহস এবং বিদ্যার গল্প বুনেন,
তার বাহুতে, সর্বদা নিরাপত্তা।
প্রতিটি পদক্ষেপের সাথে, সে পথ দেখায়,
তার উষ্ণতায়, ছায়া ক্ষয়ে যায়।
হে মা প্রিয়, তোমার ভালবাসা, গভীর,
প্রতিটি হৃদস্পন্দনে, এটি ধ্বনিত হয়।
অনন্ত কৃতজ্ঞতা, আমি তোমার কাছে নিয়ে এসেছি।
The founder of INKZOID FOUNDATION, Durlav Sarkar took this initiative on the auspicious occasion of Mother’s Day because he believes that each and every mother is important in this world because from them only new life comes into this world.